प्रस्तावना
भारत में रियल एस्टेट क्षेत्र लाखों लोगों की आशाओं से जुड़ा हुआ है, खासकर मध्यम वर्ग के लिए जो अपने जीवन की सबसे बड़ी पूंजी घर खरीदने में लगाता है। लेकिन कई बार बिल्डर के वित्तीय संकट या कानूनी बाधाओं के चलते प्रोजेक्ट अधूरे रह जाते हैं। इन्हीं समस्याओं को सुलझाने के लिए सरकार ने SWAMIH (Special Window for Affordable and Mid-Income Housing) फंड – भाग 2 की शुरुआत की है। यह फंड देशभर के अधूरे हाउसिंग प्रोजेक्ट्स को पूरा करने के लिए एक कारगर समाधान बनकर उभरा है।
SWAMIH फंड क्या है?
SWAMIH फंड, भारत सरकार द्वारा 2019 में शुरू की गई एक विशेष पहल है जिसका उद्देश्य अधूरे रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स को वित्तीय सहायता देना है। इसका दूसरा संस्करण, SWAMIH Fund – Part 2, और भी व्यापक रूप में लॉन्च किया गया है ताकि और अधिक परियोजनाओं को लाभ मिल सके।
मुख्य बिंदु:
- प्रायोजक: भारत सरकार (Ministry of Finance)
- क्रियान्वयन एजेंसी: SBICAP Ventures Ltd.
- उद्देश्य: अधूरे रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स को पूंजी देना और निर्माण कार्य पूर्ण कराना
- लक्ष्य: Affordable और Mid-Income Housing से जुड़ी परियोजनाएं
->आंतरिक लिंक सुझाव: प्रधानमंत्री आवास योजना
SWAMIH फंड – भाग 2 की विशेषताएं
भाग 2 में फंड की पहुंच और रणनीति को पहले से ज्यादा प्रभावी बनाया गया है। इसका लक्ष्य है कि और अधिक खरीदारों को समय पर घर मिल सके।
मुख्य विशेषताएं:
- ₹15,000 करोड़ से अधिक राशि के साथ दूसरा चरण आरंभ
- निर्माणाधीन प्रोजेक्ट्स को लास्ट-माइल फंडिंग
- केवल RERA रजिस्टर्ड प्रोजेक्ट्स को ही पात्रता
- डेवलपर्स को लोन के रूप में राशि मिलती है, जो प्रोजेक्ट के पूरा होने पर वसूली जाती है
- नॉन-NPA और नॉन-लिक्विडेशन प्रोजेक्ट्स को प्राथमिकता
किन्हें मिलेगा लाभ?
- उन खरीदारों को जिनके घर वर्षों से अधूरे पड़े हैं
- छोटे और मध्यम बिल्डर्स जिनकी फाइनेंसिंग रुक गई थी
- रियल एस्टेट क्षेत्र में भरोसा और पारदर्शिता बढ़ेगी
->बाहरी लिंक: SWAMIH Fund Official Website
SWAMIH फंड के जरिए अब तक के परिणाम
SWAMIH फंड के पहले चरण में बड़ी सफलता मिली थी, जिससे हजारों परिवारों को उनके घर मिले। भाग 2 उसी सफलता को दोहराने की कोशिश है।
कुछ प्रमुख आंकड़े:
- अब तक 300 से अधिक प्रोजेक्ट्स को मंजूरी
- 3 लाख से अधिक मकानों का निर्माण कार्य फिर से शुरू
- Top cities जैसे मुंबई, दिल्ली-NCR, पुणे, बेंगलुरु में बड़ी पहल
- कई मामलों में 6 से 12 महीने में प्रोजेक्ट्स पूरे किए गए
उदाहरण:
- नोएडा के सेक्टर-107 में 500+ खरीदारों को फ्लैट की डिलीवरी SWAMIH फंड के कारण समय पर मिली
- पुणे के एक हाउसिंग प्रोजेक्ट में 800 फ्लैट्स सिर्फ 10 महीनों में पूरे किए गए
आवेदन प्रक्रिया और पात्रता
डेवलपर्स के लिए पात्रता:
- प्रोजेक्ट RERA पंजीकृत होना चाहिए
- प्रोजेक्ट NPA या कोर्ट में न चल रहा हो
- निर्माण कार्य अधूरा हो और बिक्री आंशिक रूप से हुई हो
- ग्राहक मध्यम या किफायती आय वर्ग से हों
आवेदन कैसे करें:
- SWAMIH Portal पर लॉग इन करें
- “Apply for Funding” सेक्शन में जाएं
- आवश्यक जानकारी व दस्तावेज अपलोड करें
- SWAMIH टीम द्वारा मूल्यांकन के बाद अनुमोदन प्रक्रिया शुरू होती है
–> पारदर्शिता और सख्त मूल्यांकन प्रक्रिया के चलते केवल पात्र प्रोजेक्ट्स को ही फंड मिलता है
निष्कर्ष
SWAMIH फंड – भाग 2 न केवल अधूरे प्रोजेक्ट्स को पूंजी प्रदान कर रहा है, बल्कि यह लाखों परिवारों की आशाओं को भी साकार कर रहा है। यह पहल सिर्फ आर्थिक नहीं बल्कि सामाजिक बदलाव का भी प्रतीक है। यदि आपका प्रोजेक्ट इस योजना के अंतर्गत आता है, तो इसे ज़रूर अपनाएं और लाभ उठाएं।
–>अब अधूरे घर नहीं, पूरे सपने मिलेंगे – SWAMIH फंड के साथ।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
1. SWAMIH फंड – भाग 2 क्या है?
यह भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया फंड है जो अधूरे हाउसिंग प्रोजेक्ट्स को वित्तीय सहायता देता है ताकि निर्माण कार्य पूरा हो सके।
2. कौन से प्रोजेक्ट इस फंड के लिए पात्र हैं?
RERA रजिस्टर्ड, नॉन-NPA, नॉन-लिक्विडेशन वाले अधूरे प्रोजेक्ट पात्र हैं।
3. क्या खरीदार सीधे फंड के लिए आवेदन कर सकते हैं?
नहीं, यह फंड डेवलपर्स को दिया जाता है, ताकि वे निर्माण कार्य पूरा कर सकें।
4. इस फंड से अब तक कितने घर पूरे हो चुके हैं?
SWAMIH फंड के तहत 3 लाख से अधिक घरों का निर्माण फिर से शुरू हुआ है और हजारों घर पूरे हो चुके हैं।
5. आवेदन की प्रक्रिया क्या है?
डेवलपर्स को SWAMIH की वेबसाइट पर जाकर फॉर्म भरना होता है और आवश्यक दस्तावेज जमा करने होते हैं।
इस जानकारी को उन सभी लोगों के साथ साझा करें जो अधूरे प्रोजेक्ट में फंसे हैं – ताकि उन्हें समय पर अपना घर मिल सके।